Tata Harrier EV: टाटा मोटर्स ने अपनी नई EV के साथ “लाइफ़टाइम” बैटरी वारंटी की घोषणा करके इलेक्ट्रिक कार बाजार में तहलका मचा दिया है। सुनने में यह एक शानदार डील लगती है, लेकिन क्या इस “लाइफ़टाइम” का मतलब वाकई में जिंदगी भर की गारंटी है?
टाटा की यह पेशकश ग्राहकों का भरोसा जीतने की एक बड़ी कोशिश है। कंपनी ने Harrier EV के अलावा Nexon EV (45 kWh) और Curvv EV के लिए भी इसी तरह की वारंटी दी है। लेकिन, किसी भी बड़े वादे की तरह, इसकी भी कुछ सीमाएं और शर्तें हैं जिन्हें जानना हर खरीदार के लिए बेहद ज़रूरी है।
Tata Harrier EV “लाइफ़टाइम” का असली मतलब क्या है?
सबसे पहले यह समझना ज़रूरी है कि टाटा के लिए “लाइफ़टाइम” का मतलब 15 साल है। यह अवधि गाड़ी के पहले रजिस्ट्रेशन की तारीख से शुरू होती है, जैसा कि मोटर व्हीकल एक्ट, 1988 में परिभाषित है। तो, यह हमेशा के लिए नहीं, बल्कि 15 साल की एक लंबी अवधि के लिए है, जो फिर भी भारतीय बाजार में एक बेहतरीन पेशकश है।
- सिर्फ पहले मालिक के लिए: यह अनलिमिटेड किलोमीटर वाली लाइफ़टाइम वारंटी सिर्फ गाड़ी के पहले रजिस्टर्ड मालिक के लिए ही मान्य है।
- कमर्शियल इस्तेमाल पर नहीं: अगर आप अपनी Harrier EV को टैक्सी, फ्लीट या किसी भी तरह के कमर्शियल काम के लिए इस्तेमाल करते हैं, तो आपको इस वारंटी का लाभ नहीं मिलेगा।
Tata Harrier EV सेकेंड-हैंड खरीदारों के लिए क्या हैं नियम?
अगर आप किसी से पुरानी टाटा हैरियर ईवी खरीदते हैं, तो आपको “लाइफ़टाइम” वारंटी नहीं मिलेगी। दूसरे मालिक के लिए कंपनी ने वारंटी की शर्तों को बदला है।
मालिक | वारंटी की अवधि |
---|---|
पहला मालिक | 15 साल / अनलिमिटेड किलोमीटर |
दूसरा मालिक | 10 साल या 2 लाख किलोमीटर (जो भी पहले हो) |
इसके लिए दूसरे मालिक को मालिकाना हक़ बदलने की सूचना अधिकृत टाटा डीलरशिप को देनी होगी।

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बैटरी हेल्थ की शर्त (SoH) – सबसे ज़रूरी पॉइंट
यह वारंटी का सबसे महत्वपूर्ण और छिपा हुआ पहलू है। कंपनी आपकी बैटरी को तभी रिपेयर या रिप्लेस करेगी जब उसकी हेल्थ (State of Health – SoH) एक निश्चित स्तर से नीचे गिर जाएगी।
- 70% की सीमा: वारंटी क्लेम करने के लिए आपकी बैटरी की हेल्थ 70% से कम होनी चाहिए। समय के साथ बैटरी की क्षमता में थोड़ी गिरावट आना सामान्य बात है और यह वारंटी में कवर नहीं होता।
- रिप्लेसमेंट का मतलब 100% नई बैटरी नहीं: अगर आपकी बैटरी 70% से नीचे चली जाती है, तो टाटा उसे रिपेयर करके या बदलकर कम से कम 80% की हेल्थ तक लाएगी, या फिर रिपेयर से पहले वाली स्थिति तक, जो भी ज़्यादा हो। इसका मतलब है कि आपको 100% क्षमता वाली नई बैटरी मिले, यह ज़रूरी नहीं है।
ये गलतियाँ पड़ सकती हैं भारी: कब रद्द होगी वारंटी?
कुछ ऐसी बातें हैं जिनका ध्यान न रखने पर आपकी लाखों की बैटरी वारंटी रद्द हो सकती है।
- सर्विस में लापरवाही: आपको गाड़ी की सभी सर्विसिंग टाटा के अधिकृत सर्विस सेंटर से ही और समय पर करवानी होगी।
- बाहरी चार्जर का इस्तेमाल: किसी भी गैर-अधिकृत चार्जर या डिवाइस का इस्तेमाल करने से बैटरी को हुए नुकसान पर वारंटी नहीं मिलेगी।
- बैटरी से छेड़छाड़: अगर बैटरी को खोला गया या किसी गैर-अधिकृत व्यक्ति द्वारा रिपेयर करने की कोशिश की गई, तो वारंटी तुरंत खत्म हो जाएगी।
- फिजिकल डैमेज: किसी भी तरह का फिजिकल डैमेज, जैसे एक्सीडेंट या पानी घुसना, वारंटी में कवर नहीं होता है।
निष्कर्ष
टाटा हैरियर ईवी की 15 साल की बैटरी वारंटी निश्चित रूप से एक सराहनीय कदम है और यह ग्राहकों को एक बड़ी मानसिक शांति प्रदान करती है। यह दिखाता है कि कंपनी को अपनी तकनीक पर कितना भरोसा है। हालांकि, ग्राहकों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे इन “छिपी हुई” शर्तों को समझें ताकि भविष्य में कोई निराशा न हो। यह वारंटी शानदार है, बस आपको नियमों का पालन करना होगा।
डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी इंटरनेट और आम स्रोतों से ली गई है। कीमतें और फीचर्स समय के साथ बदल सकते हैं। इसलिए कुछ भी खरीदने से पहले आधिकारिक वेबसाइट या डीलर से जानकारी जरूर जांच लें।